माइग्रेन एक आम समस्या है, जो किसी को भी हो सकती है। कई लोग इसे सामान्य समझ कर अनदेखा कर देते हैं। वहीं, कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो इससे जल्द छुटकारा पाने के लिए बिना डॉक्टरी परामर्श के माइग्रेन की दवा ले लेते हैं, जो कि ठीक नहीं है। इसके होने के पीछे सामान्य से लेकर कई गंभीर सिर दर्द के कारण हो सकते हैं। ऐसे में इससे जुड़ी जरूरी जानकारी आपको पता होनी चाहिए। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हम GoogleToday.in के इस लेख में माइग्रेन के प्रकार और कारण के साथ-साथ माइग्रेन के घरेलू उपचार बताने जा रहे हैं। साथ ही इस बात का ध्यान जरूर रखें कि बताए जाने वाले घरेलू नुस्खे माइग्रेन का इलाज नहीं हैं, ये दर्द से कुछ हद तक आराम पहुंचाने का काम कर सकते हैं। वहीं, माइग्रेन अगर ज्यादा हो रहा है, तो डॉक्टरी उपचार जरूर करवाएं।

माइग्रेन के प्रकार और लक्षण पूरी जानकारी  – Types and Symptoms of Migraine complete information

तनाव से होने वाला सिरदर्द  

  •  यह सबसे आम सिरदर्द है।
  • इस तरह के सिरदर्द में व्यक्ति अपने सिर के दोनों तरफ तेज दर्द महसूस करता है.
  • जैसे कोई सिर को दोनों ओर से रबर बैंड से दबा रहा हो।
  • इस प्रकार के सिरदर्द में निम्नलिखित लक्षण सामने आ सकते हैं।

तनाव के लक्षण

  • सिर, गर्दन, कंधे और जबड़ों में कसावट महसूस होना।
  • सोने में परेशानी होना।
  • स्कैल्प, गर्दन और सिर के पिछले हिस्से में दर्द महसूस होना।
  • दर्द आधे घंटे से लेकर 7 दिन तक रह सकता है।
  • तनाव, शोर या थकावट से दर्द बढ़ सकता है। 

माइग्रेन

  • माइग्रेन में होने वाला दर्द सिर के एक तरफ होता है.
  • जिस कारण इसे अधकपारी भी कहते हैं।
  • इसमें मरीज को सिर में कोई चीज चुभने जैसा दर्द होता है।
  • इसके कारण का अभी सही तरीके से कुछ पता नहीं चल सका है.
  • लेकिन कुछ चीजें माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती है।
  • जैसे – बहुत ज्यादा या बहुत कम सोना, हार्मोनल बदलाव, शोर, तनाव या चिंता।

माइग्रेन के लक्षण

  • माइग्रेन कम से शुरू होता है और धीरे-धीरे तेज होने लगता है।
  • मतली या उल्टी होना।
  • रौशनी से परेशानी होना। 

क्लस्टर सिरदर्द 

  • इस तरह का सिरदर्द काफी कम लोगों में ही हो सकता है।
  • इसमें सिर के किसी एक तरफ तीव्र दर्द होता है।
  • इसमें आंखों में खिंचाव और पलकें भारी होने जैसा महसूस हो सकता है।
  • साथ ही इसमें आंखों के आस-पास भी दर्द महसूस हो सकता है।
  • यह दर्द 15 मिनट से लेकर 3 घंटे तक रह सकता है।

क्लस्टर सिरदर्द के लक्षण

  • यह दर्द चेहरे के एक तरफ और आंखों के पास महसूस हो सकता है।
  • यह 5 से 10 मिनट के भीतर बढ़ सकता है और 2 घंटो तक भी बरकरार रह सकता है।
  • आंखों में या आंखों के नीचे सूजन।
  • आंखों से जरूरत से ज्यादा पानी आना।
  • आंखे लाल हो जाना।
  • नाक बहना या नाक बंद हो होना। 

साइनस सिरदर्द

  • साइनस में दर्द सिर के आगे के हिस्से में और चेहरे पर महसूस होता है।
  • इस तरह का सिरदर्द तब होता है, जब गाल, नाक, सिर व आंखों में साइनस कैविटी हो जाती है।
  • यह सिरदर्द तब और ज्यादा तीव्र हो जाता है, जब सुबह उठने के बाद इंसान आगे की ओर झुकता है
  • या सिर को झुकाता है। इसके लक्षण कुछ इस प्रकार सामने आ सकते हैं –

साइनस सिरदर्द के लक्षण

  • नाक बहना।
  • नाक बंद होना।
  • चेहरे पर दबाव महसूस होना या दर्द होना।
  • सांस में बदबू।
  • गले में दर्द।
  • कफ।
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माइग्रेन के कारण – Causes of Headache 

यहां जानिए सिर दर्द के कारण क्या-क्या हो सकते हैं। इनमें से कुछ कारण भले ही सामान्य हो सकते हैं, लेकिन उनपर वक्त रहते ध्यान देना जरूरी है। नीचे पढ़ें सर दर्द क्यों होता है?

  • तनाव
  • मांसपेशियों में खिंचाव
  • दांत या जबड़े की समस्या
  • संक्रमण
  • डाइट (चाय या कॉफी का अधिक सेवन या भूखे रहना)
  • आंखों की समस्या
  • हार्मोनल बदलाव
  • कुछ खास तरह की दवाइयां
  • कान, नाक या गले से जुड़ी कोई समस्या
  • तंत्रिका तंत्र से जुड़ी कोई बीमारी
  • गर्दन, सिर या रीढ़ की हड्डी पर लगी किसी तरह की चोट
  • उच्च रक्तचाप की समस्या
  • गलत मुद्रा में सोना, उठना या बैठना
  • शराब का सेवन
  • मौसम या तापमान में बदलाव जैसे – बहुत ठंड या अत्यधिक गर्मी
  • बहुत ज्यादा शोर के कारण
  • डिहायड्रेशन
  • रक्त वाहिकाओं में सूजन के कारण
  • गठिया
  • ब्रेन ट्यूमर

माइग्रेन के घरेलू इलाज – Home Remedies for Headache 

नीचे बताए गए ये उपाय सिरदर्द की दवा तो नहीं हैं, लेकिन हल्के-फुल्के सिरदर्द को थोड़ी देर के लिए कम करने में सहायक हो सकते हैं। नीचे जानिए सिर दर्द होने पर क्या करना चाहिए

ठंडी सेंक

  • बर्फ के कुछ टुकड़े या ठंडा पानी
  • आइस बैग

ठंडी सेंक को उपयोग करने का तरीका

  • अगर किसी को गर्मी के दिनों में सिरदर्द की परेशानी हो रही है.
  • तो बर्फ के टुकड़ों को आइस बैग में भरकर अपने माथे, गर्दन और पीठ पर 10 से 15 मिनट के लिए रख सकता है।
  • अगर किसी के पास आइस बैग नहीं है.
  • तो बर्फ के टुकड़ों को किसी कपड़े में बांधकर, उसे दर्द वाली जगह पर थोड़ी-थोड़ी देर के लिए रख सकता है।

ठंडी सेंक कैसे फायदेमंद है

  • अगर मन में सवाल आए कि सिर दर्द होने पर क्या करना चाहिए.
  • तो इसका सबसे आसान जवाब है ठंडी सेंक।
  • यह लंबे वक्त से सिर दर्द के उपाय के लिए एक सेल्फ केयर की तरह उपयोग किया जाता रहा है।
  • यह उपाय खासतौर पर माइग्रेन के लिए लाभकारी हो सकता है।
  • दरअसल, एक अध्ययन के अनुसार, बर्फ युक्त नेक रैप (Frozen Neck Wrap) के उपयोग से माइग्रेन सिरदर्द में काफी हद तक सुधार हो सकता है।
  • हालांकि, इस बारे में अभी और शोध की आवश्यकता है.
  • लेकिन थोड़ी देर की राहत के लिए इससे हेडेक का इलाज किया जा सकता है।

अदरक

माइग्रेन : कारण लक्षण इलाज और घरेलू उपचार

  • अदरक के चार छोटे-छोटे टुकड़े
  • दो कप पानी

अदरक उपयोग करने का तरीका

  • एक बर्तन में पानी उबालें।
  • अदरक के टुकड़ों को उबलते पानी में डाल दें।
  • अब इस उबलते पानी को थोड़ी देर के लिए ढक दें।
  • थोड़ी देर बाद मिश्रण को छान लें और पिएं।
  • एक दिन में एक या दो कप इस मिश्रण का सेवन कर सकते हैं।
  • चाहें तो अदरक के पाउडर का उपयोग भी कर सकते हैं।

अदरक कैसे फायदेमंद है

  • सिरदर्द के लिए घरेलू उपचार की बात करें तो अदरक एक कारगर उपाय हो सकता है।
  • अदरक एक आयुर्वेदिक औषधि की तरह माइग्रेन में असरदार हो सकता है।
  • दरअसल, एक अध्ययन से पता चला है कि तीन से चार दिनों तक 500-600 मिलीग्राम अदरक पाउडर का हर चार घंटे के अंतराल में सेवन माइग्रेन की समस्या से काफी हद तक राहत दिलाने में सहायक हो सकता है।
  • इसके साथ ही अदरक की तुलना सुमातृप्तान – माइग्रेन सिरदर्द की दवा से भी की गई है।
  • ऐसे में आधा सिर दर्द का घरेलू उपाय करने के लिए अदरक का उपयोग किया जा सकता है।

तुलसी

  • एक या दो बूंद तुलसी का तेल
  • एक या दो चम्मच अन्य तेल, जो आपको सूट करे (कैरियर ऑयल)

तुलसी उपयोग करने का तरीका

  • तुलसी के तेल को अन्य तेल के साथ मिलाएं।
  • अब इस तेल के मिश्रण से माथे और गर्दन पर हल्की-हल्की मालिश करें।
  • फिर इसे कुछ घंटों के लिए छोड़ दें।
  • इससे काफी हद तक आराम मिल सकता है।
  • अधिक दर्द होने पर हर कुछ घंटों में इसे लगा सकते हैं।
  • इसके अलावा, तुलसी के चाय का सेवन भी लाभकारी हो सकता है।

तुलसी कैसे फायदेमंद है

  • तुलसी का एसेंशियल ऑयल सिरदर्द से कुछ देर का आराम दिलाने में मदद कर सकता है।
  • दरअसल, तुलसी तनाव के लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकती है
  • और सिरदर्द तनाव के लक्षणों में से एक है.
  • ऐसे में कहा जा सकता है कि हल्के-फुल्के सिर दर्द के उपाय के लिए तुलसी का तेल या चाय का उपयोग किया जा सकता है।

पुदीने का तेल

  • एक या दो बूंद पुदीने का तेल
  • एक चम्मच जैतून या नारियल तेल

पुदीने के तेल को उपयोग करने का तरीका

  • दोनों तेल को मिला लें और इससे माथे पर हल्के हाथों से मालिश करें।
  • दर्द के दौरान थोड़े-थोड़े अंतराल में इस मिश्रण से मालिश कर सकते हैं।

पुदीने का तेल कैसे फायदेमंद है

  • सिर दर्द का घरेलू इलाज करने के लिए पुदीने का तेल लाभकारी हो सकता है।
  • यह तेल न सिर्फ ठंडक महसूस कराएगा बल्कि सिरदर्द से राहत दिलाने में भी सहायक हो सकता है।
  • खासतौर पर तनाव सिरदर्द के लिए उपयोगी हो सकता है।
  • यह 6 साल से बड़े बच्चों और वयस्कों के लिए भी उपयोग किया जा सकता है।
  • इसके अलावा, पुदीने में मेन्थॉल भी होता है.
  • जो माइग्रेन सिरदर्द से राहत दिला सकता है।

विटामिन

माइग्रेन : कारण लक्षण इलाज और घरेलू उपचार

  • कई बार सिरदर्द, खासतौर पर माइग्रेन सिरदर्द विटामिन के सेवन से भी ठीक हो सकता है।
  • यहां राइबोफ्लेविन (Riboflavin, बी विटामिन) नामक विटामिन का सेवन कारगर साबित हो सकता है।
  • राइबोफ्लेविन प्राकृतिक रूप से कई खाद्य पदार्थों, जैसे – दूध, अंडा, नट्स और हरी पत्तेदार सब्जियों में पाया जाता है।
  • यह माइग्रेन यानी आधा सिर दर्द का इलाज करने में मदद कर सकता है।
  • हालांकि, यह सिरदर्द से पूरी तरह आराम दे सकता है या नहीं,
  • इस बारे में अभी और शोध की आवश्यकता है।

लौंग

माइग्रेन : कारण लक्षण इलाज और घरेलू उपचार

  • आवश्यकतानुसार लौंग
  • लौंग का तेल
  • बादाम या नारियल तेल

लौंग को उपयोग करने का तरीका

  • सिर दर्द का घरेलू इलाज करना है, तो लौंग को रूमाल में बांधकर सिरदर्द के दौरान सूंघ सकते हैं।
  • इसके अलावा, एक या दो चम्मच लौंग के तेल को बादाम या नारियल तेल में मिलाकर माथे पर लगा सकते हैं।
  • अधिक दर्द होने पर कुछ घंटो के अंतराल में इस मिश्रण से लगातार माथे की मालिश करें।

लौंग कैसे फायदेमंद है

  • लौंग का तेल सिर दर्द के उपाय के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • इससे थोड़ी देर के लिए ही सही, लेकिन सिरदर्द से राहत मिल सकती है।
  • वहीं, सिरदर्द से राहत पाने के लिए लौंग को दरदरा पीसकर उसे चुटकी भर नमक और दूध के साथ भी सेवन किया जा सकता है।
  • वहीं, जिन्हें इसका सेवन नहीं पसंद, वो लौंग के तेल का उपयोग भी कर सकते हैं।

लैवेंडर ऑयल

  • एक या दो चम्मच लैवेंडर एसेंशियल ऑयल

लैवेंडर ऑयल को उपयोग करने का तरीका

  • इस तेल को कपड़े या रूमाल में लगाकर सूंघ सकते हैं।
  • या इस तेल से माथे, गर्दन व पीठ पर मालिश कर सकते हैं।
  • इस तेल को सोने से पहले लगा सकते हैं, ताकि अच्छी नींद आ सके।

लैवेंडर ऑयल कैसे फायदेमंद है

  • लैवेंडर एसेंशियल ऑयल के फायदे अनेक हैं.
  • उन्हीं में से एक लाभ सिरदर्द से राहत भी है।
  • दरअसल, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में जिन माइग्रेन के मरीजों ने लैवेंडर एसेंशियल ऑयल को सूंघा, उनके माइग्रेन सिरदर्द में सुधार देखा गया।
  • ऐसे में कहा जा सकता है कि लैंवेडर ऑयल माइग्रेन में कुछ हद तक आराम दिलाने में मददगार हो सकता है।

कॉफी

माइग्रेन : कारण लक्षण इलाज और घरेलू उपचार

  • सिर दर्द का घरेलू इलाज करने के लिए कॉफी का सीमित मात्रा में सेवन किया जा सकता है।
  • दरअसल, इसमें मौजूद कैफीन में एनाल्जेसिक (Analgesic – दर्द निवारक) गुण होता है.
  • जो सिरदर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।
  • हालांकि, दिनभर में 400 मिलीग्राम तक कैफीन का सेवन किया जा सकता है.
  • लेकिन इसकी मात्रा को लेकर अभी और शोध की आवश्यकता है।
  • इसके अलावा, जिनको माइग्रेन की या पुराने सिरदर्द की समस्या है.
  • वो कॉफी का सेवन कम मात्रा में या डॉक्टरी सलाह के बाद ही करें।

ग्रीन-टी

माइग्रेन : कारण लक्षण इलाज और घरेलू उपचार

  •  एक ग्रीन-टी बैग
  • एक कप गर्म पानी

ग्रीन-टी को उपयोग करने का तरीका

  • ग्रीन-टी के बैग को एक कप गर्म पानी में एक-दो मिनट के लिए डालें।
  • इसमें स्वाद के लिए थोड़ा नींबू का रस और शहद भी मिला सकते हैं।
  • रोजाना एक से दो कप ग्रीन-टी का सेवन किया जा सकता है।

ग्रीन-टी कैसे फायदेमंद है

ग्रीन टी के फायदे कई हैं और उन्हीं में से एक फायदा सिरदर्द से आराम भी है। जैसा कि हमने ऊपर भी जानकारी दी है कि सीमित मात्रा में कैफीन का सेवन सिरदर्द की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। ऐसे में ग्रीन टी का सीमित मात्रा में सेवन सिरदर्द की समस्या से अस्थायी रूप से आराम दिला सकता है। हालांकि, इसका अधिक सेवन समस्या को बढ़ा भी सकता है, इसलिए ध्यान से ग्रीन टी का सेवन करें। सिर दर्द की मेडिसिन लेने से बेहतर है कि पहले ग्रीन टी जैसे आसान उपाय को ट्राई किया जाए।

चंदन

  • चंदन पाउडर (आवश्यकतानुसार)
  • पानी (आवश्यकतानुसार)
  • चंदन का तेल (आवश्यकतानुसार)

चंदन को उपयोग करने का तरीका

  • आवश्यकतानुसार चंदन पाउडर में पानी मिलाकर पेस्ट बना लें।
  • फिर इस पेस्ट को अपने माथे पर थोड़ी देर के लिए लगा रहने दें और सूखने पर धो लें।
  • अगर पेस्ट नहीं लगाना चाहते, तो चंदन के तेल (बाजार में या ऑनलाइन आसानी से उपलब्ध हैं) को माथे पर लगाया जा सकता है।
  • चंदन के तेल को सूंघ भी सकते हैं।
  • इसके अलावा, गर्म पानी में चंदन के तेल की कुछ बूंदें डालकर भाप भी ले सकते हैं।

चंदन कैसे फायदेमंद है

  • सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए चंदन भी असरदार हो सकता है।
  • चंदन की खुशबू काफी मनमोहक होती है और इसकी तासीर ठंडी होती है।
  • ऐसे में सिरदर्द के दौरान इसे अगर लगाया जा सके या इसकी खुशबू ली जाए, तो सिरदर्द कम हो सकता है।
  • हालांकि, इसका कोई ठोस प्रमाण मौजूद नहीं है.
  • लेकिन इसे कई सालों से औषधि की तरह उपयोग किया जाता रहा है।
  • सिर दर्द के उपाय के रूप में यह एक आसान तरीका हो सकता है।

पान के पत्ते

  • 4 से 5 पान के पत्ते
  • कपूर के तेल की कुछ बूंदें
  • पानी (आवश्यकतानुसार)

पान के पत्ते को उपयोग करने का तरीका

  • पान के पत्तों को पानी के साथ पीसकर उसमें कपूर का तेल मिलाएं।
  • अब इस मिश्रण को अपने माथे पर लगाएं और 10 से 15 मिनट के लिए रहने दें।

पान के पत्ते कैसे फायदेमंद है

  • यह सर दर्द का देसी टोटका काफी फायदेमंद हो सकता है।
  • दरअसल, पान के पत्तों में एनाल्जेसिक यानी दर्दनिवारक गुण मौजूद होता है.
  • जो सिर दर्द ठीक करने के उपाय के रूप में कारगर हो सकता है।
  • हालांकि, इससे जुड़ा कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है।

माइग्रेन के लिए इलाज – Treatments For Headache 

  • सिर दर्द दूर करने के उपाय में अन्य उपचार कराना भी आवश्यक है।
  • नीचे जानिए सिर दर्द के लिए इलाज क्या-क्या हो सकते हैं।
  • डॉक्टर सबसे पहले सिरदर्द का निदान कर, सिरदर्द के प्रकार के अनुसार उसका उपचार कर सकते हैं।
  • ये उपचार नीचे बताए जा रहे हैं –

माइग्रेन सिरदर्द 

  • माइग्रेन सिर दर्द दूर करने के उपाय की बात करें, तो डॉक्टर उसके लक्षणों को कम करने की कोशिश कर सकते हैं।
  • डॉक्टर कुछ खास प्रकार की दवाइयां, जैसे सुमातृप्तान लेने की सलाह दे सकते हैं।
  • इसके अलावा, तनाव कम करने के लिए थेरेपी की सलाह दे सकते हैं।
  • डाइट में बदलाव कर सकते हैं और माइग्रेन बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन न करने की सलाह दे सकते हैं।

तनाव सिरदर्द 

  • तनाव सिरदर्द को कम करने के लिए डॉक्टर
  • एंटीइन्फ्लेमेटरी
  • एनाल्जेसिक – दर्द निवारक
  • नॉनस्टेरॉइडल
  • एंटीडिप्रेसेंट
  • दवाइयों की सेवन की सलाह दे सकते हैं।
  • यह तनाव सिर दर्द दूर करने के उपाय में से एक है।

क्लस्टर सिरदर्द 

  • क्लस्टर सिरदर्द के लिए अन्य उपचार में शामिल हैं
  • ट्रिप्टान ड्रग्स
  • नॉन-इनवेसिव वेगस नर्व स्टिमुलेशन (एक प्रकार की इलेक्ट्रिक थेरेपी)
  • ऑक्सीजन थेरेपी – जिसमें शरीर में शुद्ध ऑक्सीजन दी जाती है
  • दी जा सकती है। इसके अलावा, कुछ दवाइयां भी दी जा सकती है।

एक्यूप्रेशर

  •  सिरदर्द से राहत पाने के लिए एक्यूप्रेशर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
  • दरअसल, शरीर में कुछ ऐसे महत्वपूर्ण प्वाइंट्स होते हैं.
  • जो अलग-अलग समस्याओं में मददगार हो सकते हैं।
  • सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए भी शरीर में कुछ महत्वपूर्ण प्वाइंट्स हैं.
  • जिन पर प्रेशर देने से दर्द से राहत मिल सकती है।
  • इस थेरेपी को एक्यूप्रेशर कहते हैं।
  • इस थेरेपी का एक और फायदा यह है कि इसमें किसी तरह की दवा का साइड इफेक्ट होने का खतरा भी कम हो सकता है।
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 सावधानी :  सिर दर्द दूर करने के उपाय के लिए एक्यूप्रेशर की विधि किसी एक्सपर्ट की देखरेख में ही करें। अगर किसी को प्रेगनेंसी में सिरदर्द हो और गर्भवती महिला एक्यूप्रेशर कराना चाहती है, तो इस बारे में पहले डॉक्टरी सलाह लें।

अन्य सामान्य उपाय भी कुछ इस प्रकार हैं –

  • दर्द निवारक दवाइयां
  • मसाज थेरेपी
  • खान-पान में बदलाव
  • स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए कुछ उपाय
  • कुछ खास तरह की दवाइयां जैसे – गर्भनिरोधक दवा, जिसके साइड इफेक्ट के कारण सिरदर्द हो सकता है। उनके सेवन पर रोक लगाना।
  • अगर कुछ अन्य समस्याओं के कारण (जैसे – जबड़े या दांत में दर्द और उच्च रक्तचाप)  अगर सिरदर्द हो, तो उनका इलाज करना।

माइग्रेन के लिए क्या खाएं और क्या न खाएं – Diet for Headache

  • सिरदर्द का कारण कहीं न कहीं सही आहार न लेना भी हो सकता है।
  • ऐसे में लेख के इस भाग में हम सिरदर्द का इलाज खान-पान से कैसे करना है.
  • इस बारे में जानकारी दे रहे हैं।
  • जानिए सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए क्या-क्या खा सकते हैं।
 क्या खाएं : 

Riboflavin-rich foods

  • सिर दर्द ठीक करने के उपाय के तौर पर हरी सब्जियां, नट्स, दूध व अंडे का सेवन किया जा सकता है।
  • ये राइबोफ्लेविन (Riboflavin) युक्त खाद्य पदार्थ हैं।
  • दरअसल, राइबोफ्लेविन (बी विटामिन) का सेवन माइग्रेन में राहत देने का काम कर सकता है ।

Magnesium rich foods

  • मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें, क्योंकि मैग्नीशियम की कमी सिरदर्द का कारण हो सकती है।
  • ऐसे में मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे – केला, एवोकाडो, खुबानी, काजू और बादाम खाना लाभकारी हो सकता है।

Vitamin – D and Calcium

  • सिर दर्द का इलाज विटामिन-डी युक्त आहार का सेवन करके भी किया जा सकता है।
  • खासतौर पर विटामिन-डी और कैल्शियम युक्त आहार का साथ में सेवन माइग्रेन और पीरियड्स के पहले होने वाले सिरदर्द से काफी हद तक आराम मिल सकता है।
  • विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्रोत है, सूरज की किरणें।
  • इसके अलावा, विटामिन-डी के लिए अंडे की जर्दी, या मशरूम का सेवन भी किया जा सकता है।
  • वहीं कैल्शियम के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे – केल, ब्रोकली, बादाम, दूध आदि का सेवन किया जा सकता है।

Water 

  • पानी शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बहुत जरूरी है.
  • लेकिन कई लोग इस बात को भूल जाते हैं और पानी कम पीते हैं।
  • शरीर में पानी की कमी होने से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं और सिरदर्द उन्हीं में से एक है।
  • इसलिए, ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं और जब भी बाहर जाएं, तो साथ एक पानी की बोतल जरूर रखें,
  • ताकि प्यास लगते ही पानी पी सकें।
  • सिर दर्द ठीक करने के उपाय की बात की जाए,
  • तो पानी पीना प्रभावकारी हो सकता है।
 क्या न खाएं 
  • वाइन या अन्य शराब का सेवन न करें। इसमें हिस्टामाइन नामक रासायनिक तत्व होता है, जो सिरदर्द का कारण बन सकता है। इसके अलावा, चीज़ के सेवन से भी बचें क्योंकि कुछ खास चीज़ में भी हिस्टामाइन हो सकता है।
  • ऐसे खाद्य पदार्थ का सेवन न करें जिसमें एमएसजी जैसे स्वाद बढ़ाने वाले तत्व हों। इससे सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
  • आर्टिफिशियल स्वीटनर्स, उनमें एस्पार्टेम – कृत्रिम मिठास) होता है, जो सिरदर्द पैदा करने के जोखिम को बढ़ा सकता है ।
  • चॉकलेट न खाएं, इससे माइग्रेन के सिरदर्द का खतरा हो सकता है।
  • कैफीन युक्त पदार्थ के सेवन से परहेज करें, लेकिन ध्यान रहे कि अगर कोई कैफीन युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन का आदी है, तो अचानक उसका सेवन बंद करने से भी सिरदर्द की समस्या हो सकती है। ऐसे में बेहतर है कैफीन के सेवन को कम किया जाए।

माइग्रेन के लिए योगासन – Yoga for Headache 

योगासन शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है और सिरदर्द के लिए घरेलू उपचार के तौर पर भी योग मददगार हो सकता है। नीचे हम सिरदर्द के लिए योग के बारे में बता रहे हैं।

पद्मासन या कमल आसन

  • सबसे पहले जमीन पर योग मैट बिछाकर उस पर पालथी मारकर बैठ जाएं।
  • कमर को सीधा रखें और आंखें बंद कर लें व सामान्य रूप से सांस लेने की प्रक्रिया जारी रखें।
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अर्द्ध पिंचा मयूरासन

माइग्रेन : कारण लक्षण इलाज और घरेलू उपचार

  • इस आसन को करने के लिए पहले सीधे खड़े हो जाएं और फिर धीरे-धीरे घुटने टेकने की मुद्रा में आगे की ओर झुकें। अब अपनी कोहनी, हथेली व उंगलियों को जमीन पर रखें।
  • इस मुद्रा में आने के बाद धीरे-धीरे अपनी पीठ, पैर और हिप्स को ऊपर की ओर उठाएं।
  • ध्यान रहे कि आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी रहे।
  • इसी मुद्रा में रहते हुए कुछ सेकंड गहरी सांस लें और छोड़ें।
  • फिर वापस अपनी प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
  • इस आसान को करने से आपके सिर और गर्दन को काफी आराम मिलेगा और दर्द भी दूर हो सकता है।

मार्जरी आसन

माइग्रेन : कारण लक्षण इलाज और घरेलू उपचार

  • इसे करने के लिए सबसे पहले आप दोनों घुटनों और हाथों के बल बिल्ली की मुद्रा में आ जाएं।
  • अब सांस लेते हुए सिर को ऊपर की तरफ ले जाएं और कमर को नीचे की तरफ दबाएं।
  • इसके बाद सांस छोड़ते हुए सिर को नीचे ले जाएं व ठोड़ी को छाती से लगाने की कोशिश करें और साथ ही कमर को ऊपर की तरफ उठाएं।
  • इससे गर्दन, पीठ व कंधे को आराम मिलेगा और लचक आने के साथ-साथ दर्द भी कम हो सकता है।  

शवासन

माइग्रेन : कारण लक्षण इलाज और घरेलू उपचार 
  • इसमें आप जमीन पर मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं और आंखें बंद कर लें।
  • अपने दोनों हाथों को शरीर से लगभग एक फीट की दूरी पर रखें।
  • फिर दोनों हथेलियां को आसमान की ओर करें।
  • अपने दोनों पैरों के बीच दो फीट की दूरी रखें।
  • इस दौरान आपका मुंह भी आसमान की ओर ही रहेगा।
  • अब सामान्य रूप से सांस लेने-छोड़ने की प्रक्रिया जारी रखें।
  • थोड़ी देर इसी मुद्रा में बन रहें और फिर प्रारंभिक स्थिति में आ जाएं।

 नोट :  इन योगासनों को करते वक्त सावधानी जरूर बरतें और कोशिश करें कि किसी एक्सपर्ट की देखरेख में ही करें। इसके अलावा, अगर आपको कंधे, गर्दन या पीठ में कोई चोट या दर्द है, तो ये योगासन योग विशेषज्ञ से पूछकर ही करें।

माइग्रेन के लिए डॉक्टर की सलाह कब ले 

कुछ सिरदर्द गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकते हैं। ऐसे में नीचे बताए गईं बातों पर ध्यान दें और इनमें से कोई भी लक्षण दिखें, तो बिना देर करते हुए डॉक्टरी सलाह लें।

  1. अगर सिरदर्द पहली बार हो और यह दिनचर्या को बाधित करे।
  2. अगर अचानक बहुत तेज सिरदर्द हो।
  3. सिर के पिछले हिस्से में दर्द होना।
  4. अगर नियमित सिरदर्द हो और किसी एक बार बहुत ज्यादा सिरदर्द हो।
  5. अगर सिरदर्द के साथ बोलने, देखने, समझने या हाथ-पांव हिलाने में दिक्कत हो। याददाश्त कमजोर होने लगे या उलझन महसूस हो, तो डॉक्टरी सलाह लें।
  6. 24 घंटे में और तेज सिर दर्द होना।
  7. सिरदर्द के साथ बुखार, मतली, उल्टी, गर्दन में अकड़न हो।
  8. अगर सिर में चोट लगने के बाद सिरदर्द होना शुरू हो।
  9. सिरदर्द बहुत तेज हो और एक आंख में दर्द और आंख लाल हो।
  10. अगर कोई 50 साल से ऊपर का व्यक्ति हो और उसे बार-बार सिरदर्द हो।
  11. सिरदर्द के साथ-साथ देखने में परेशानियां होने लगे, कुछ चबाने में असुविधा हो या वजन कम होने लगे।
  12. अगर किसी को पहले कभी कैंसर, एचआईवी या रोग प्रतिरोधक क्षमता से संबंधित समस्या रही हो और अचानक नया-नया सिरदर्द होने लगे।

माइग्रेन से बचाव – Prevention Tips for Headache 

  • ठंडे या गर्म पानी से नहाएं।
  • गर्दन या सिर की हल्की-हल्की मालिश करें।
  • धूम्रपान या शराब का सेवन न करें।
  • सिर पर ठंडा कपड़ा रखें।
  • अंधेरे और शांत कमरे में आराम करें।
  • नींद पूरी करें।
  • सोने की मुद्रा में बदलाव करें।
  • तकिया बदलें।
  • अगर आंखों की समस्या है और कोई चश्मा लगाता है, तो नियमित तौर पर चश्मा लगाएं।
  • व्यायाम करें।
  • ध्यान लगाएं।
  • टीवी, फोन, लैपटॉप या कम्प्यूटर के सामने देर तक न बैठें।

इस लेख को पढ़ने के बाद कई लोगों को यह जरूर पता चल गया होगा कि अगर सिर में दर्द हो तो क्या करें। अब सिरदर्द की दवा लेने से पहले ऊपर दिए गए सिर दर्द के लिए घरेलू उपचार को अपनाकर फर्क महसूस करें। अगर चाहते हैं कि सिरदर्द बार-बार न हो, तो सिरदर्द से बचाव के उपाय और योगासन को अपनाया जा सकता है। अगर फिर भी बार-बार सिरदर्द की समस्या हो रही है, तो बिना देर करते हुए सिर दर्द का इलाज करवाएं। वहीं, सिरदर्द अगर पुराना है, तो पुराना सिर दर्द का इलाज कराने के लिए डॉक्टर से जरूर मिलें। उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपके लिए मददगार साबित रहा होगा। स्वस्थ खाएं और स्वस्थ रहें। Thankyou.

 

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