योग फॉर हेयर फॉल – Yoga for Hair Fall Control in Hindi , पहले सिर्फ ऋषि मुनी और योगी ही योगाभ्यास किया करते थे। मगर, सेहत और स्वास्थ्य से जुड़े योग के फायदों को देखते हुए आज लोग बढ़-चढ़ कर इसे अपनी दिनचर्या में शामिल कर रहे हैं। योग कई शारीरिक समस्याओं में राहत पहुंचा सकता है और यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। इसके बावजूद बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि योग बाल झड़ने की समस्या को भी ठीक करने में मदद कर सकता है। यही वजह है कि Googletoday.in के इस लेख में हम हेयर फॉल रोकने के लिए योग कैसे फायदेमंद है, यह बताने जा रहे हैं। साथ ही यहां हम उन योगासनों की भी जानकारी देंगे, जो बाल झड़ने की समस्या में प्रभावी साबित हो सकते हैं।
हेयर फॉल रोकने में कैसे लाभदायक है योग – How Does Yoga Help with Hair Loss Control
हेयर फॉल को रोकने के मामले में योग किस प्रकार फायदेमंद है.
इस बात को समझने के लिए कई अध्ययन किए गए है।
इन्हीं में से एक अध्ययन में माना गया है कि योग करने पर पूरे शरीर और स्कैल्प में प्राकृतिक रूप से रक्त संचार बढ़ता है।
इससे बालों की जड़ों को मजबूती मिलती है।
साथ ही बेजान पड़े बालों को पुनर्जीवित कर उनके विकास को बढ़ावा देने में भी मदद मिल सकती है।
इस आधार पर यह माना जा सकता है कि योग के माध्यम से बालों के विकास को बढ़ावा देने के साथ ही बाल झड़ने की समस्या से भी राहत पाई जा सकती है।
योग फॉर हेयर फॉल – Yoga for Hair Fall
बालों को झड़ने से रोकने के लिए योग किस प्रकार मदद कर सकता है,
यह तो हमने जान लिया।
अब यह समझने की जरूरत है कि बालों को झड़ने से रोकने के लिए कौन से योगासन किए जा सकते हैं।
यही वजह है कि लेख के इस भाग में हम उन खास योगासनों के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं,
जो बाल झड़ने की समस्या से राहत दिला सकते हैं।
उससे पहले यह समझना जरूरी है कि योग केवल समस्या में राहत दिला सकता है।
इसे बाल झड़ने का उपचार नहीं कहा जा सकता है।
पूर्ण उपचार के लिए योग के साथ ही सही खान-पान और डॉक्टरी इलाज अतिआवश्यक है।
अधोमुख श्वानासन : Downward facing
अधोमुख शवासन को चार शब्दों को जोड़कर बनाया गया है,
जिसमें अधो अर्थात आगे, मुख अर्थात चेहरा, श्वान अर्थात कुत्ता व आसन अर्थात मुद्रा है।
असल में इस योग का अभ्यास करते समय शरीर को ठीक उस आकृति में लाया जाता है, जिसमें एक कुत्ता सामने की तरह झुककर अपने शरीर को आगे की ओर खींचता है।
इसलिए, इस योग को अधोमुख शवासन कहा जाता है।
यह योग मुख्य रूप से तनाव को कम करने का काम करता है।
वहीं तनाव के कारण बाल झड़ने की समस्या हो सकती है।
ऐसे में यह माना जा सकता है कि तनाव के कारण होने वाली बाल झड़ने की समस्या को दूर करने में अधोमुख श्वानासन सहायक हो सकता है।
योग करने की प्रक्रिया
सबसे पहले योग मैट बिछाकर व्राजसन मुद्रा में बैठ जाएं।
अब इस मुद्रा में आने के बाद मन और शरीर को शांत रखें।
फिर हाथों को सामने की ओर फैलाते हुए आगे की ओर झुकें और हथेलियों को जमीन पर रखें।
इसके बाद धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए घुटनों को सीधा करें और कमर को ऊपर की ओर उठाएं।
बाद में हाथों थोड़ा जोर देते हुए शरीर को हल्का पीछे की ओर खींचें। साथ ही जितना संभव हो सके कमर को ऊपर उठाएं।
इस मुद्रा में आने पर एड़ियां जमीन पर होनी चाहिए और नजरे नाभि पर रखें।
सुनिश्चित करें कि इस दौरान शरीर का सारा वजन हाथों व परों पर रहे।
कुछ सेकेंड इसी मुद्रा में बने रहने का प्रयास करें और सामान्य रूप से सांस लेते और छोड़ते रहें।
अंत में धीरे-धीरे छोड़ते हुए घुटनों को मोड़कर अपनी प्रारम्भिक स्थिति में वापस आ जाएं।
क्षमता के अनुसार इस प्रक्रिया को तीन से चार बार तक दोहरा सकते हैं।
सावधानी
कलाई में दर्द या किसी प्रकार की परेशानी है तो इस योगाभ्यास को करने से बचना चाहिए।
कमर, पीठ, कंधे व भुजाओं से संबंधित समस्या होने पर इस योग को न करें।
अगर किसी को उच्च रक्तचाप की समस्या है, तो वे इस योग को न करें।
गर्भवती महिलाओं इस योगभ्यास को करने से पूर्व एक बार डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए।
अपानासन : Apanasana
अपानासन को प्रतिदिन करने से बालों का झड़ना कम हो सकता है।
इस बात को दो अलग-अलग शोध के माध्यम से समझा जा सकता है।
एक शोध में माना गया है कि योग तनाव को कम करने में मदद कर सकता है ।
वहीं योग के माध्यम से तनाव को कम कर बाल झड़ने की समस्या में कुछ हद तक राहत पाई जा सकती है ।
इस आधार पर यह माना जा सकता है कि अपानासन का नियमित अभ्यास बालों को झड़ने से रोकने में सहायक हो सकता है।
योग करने की प्रक्रिया
इस योग को करने के लिए सबसे पहले योगा मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं। इस समय दोनों पैर आपस में सटे हुए होने चाहिए।
अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए पैरों को घुटने से मोड़ें और हल्का ऊपर की ओर उठाएं।
इस दौरान सुनिश्चित करें कि पैर की एडियां जांघों से सटी रहें।
फिर दोनों हाथों को घुटनों पर रखते हुए हाथों की उंगलियों आपस में कास लें।
इसके बाद घुटनों को अपनी ओर खींचते हुए जितना संभव हो छाती से लगाने का प्रयास करें।
साथ ही अपने कंधों को जमीन से लगाकर रखें।
अब इस मुद्रा में कुछ सेकंड बने रहने की प्रयास करें और सामान्य रूप से सांस लेते और छोड़ते रहें।
अंत में धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए अपनी प्रारम्भिक स्थिति में वापस आ जाएं।
शुरुआती अभ्यास के दौरान इस आसन की प्रक्रिया को तीन से चार बार दोहरा सकते हैं।
सावधानी
अगर किसी के घुटने और पिंडली में परेशानी है, तो वे इस आसन को करने से बचें।
इस आसन को करते समय हाथ या कमर में दर्द होता है, तो इस अभ्यास को कुछ समय के लिए न करें।
उत्तानासन : Uttanasana
हेयर फॉल रोकने के लिए योग में उत्तानासन का अभ्यास भी किया जा सकता है।
उत्तानासन दो शब्दों के मेल से बना है, जिसमें उत्तान का अर्थ तीव्र खिंचाव से है और आसन का संबंध मुद्रा से है।
नाम के अनुसार इस योग को करने के दौरान पूरे शरीर में खिंचाव पैदा होता है।
वहीं बाल झड़ने की समस्या से संबंधित एक शोध में कई अभ्यासों को इस समस्या में लाभकारी बताया गया है,
जिसमें उत्तानासन भी शामिल है।
साथ ही यह भी माना गया है कि यह सभी योगाभ्यास शरीर में रक्त संचार को बढ़ावा देने के साथ ( योग फॉर हेयर फॉल ) ही तनाव और चिंता जैसे बाल झड़ने के कारणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
इस आधार पर बालों को मजबूती प्रदान करने के मामले में उत्तानासन को उपयोगी माना जा सकता है।
योग करने की प्रक्रिया
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले योग मैट बिछाकर सीधे खड़े हो जाएं।
फिर गहरी सांस लेते हुए दोनों हाथों को कमर पर रखें।
अब सांसों को धीरे-धीरे छोड़ते हुए शरीर के ऊपरी हिस्से को पैरों के पास ले आएं। इस बात का खास ध्यान रखे कि ऐसे करते समय केवल कमर वाला हिस्सा ही मुड़ेगा।
इस मुद्रा में आने के बाद कमर से हाथों को हटाएं और हाथों से पैरों के अंगूठों व सिर से घुटनों को छूने का प्रयास करें।
इस समय ध्यान रखना होगा कि गर्दन में ज्यादा खिचाव न आए।
कुछ सेकंड इसी मुद्रा में बने रहने का प्रयास करें।
अंत में गहरी सांस लेते हुए धीरे-धीरे अपनी प्रामभिक अवस्था में वापस आ जाएं।
सावधानी
जिन लोगो के पीठ और जांघों में दर्द रहता है, वे इसे न करें।
गर्भवती इस आसन को डॉक्टर से सलाह लेकर ही करें।
सांस से जुड़ी कोई समस्या होने की स्थिति में इस आसन को नहीं करना चाहिए।
पवनमुक्तासन : Pawanmuktasan
पवनमुक्तासन को संस्कृत के दो शब्दों को मिलकर बनाया गया है,
जिसमें पवन का मतलब हवा व मुक्त का मतलब छोड़ना है।
ऐसे में इस योग का मुख्य उद्देश्य शरीर से हवा को बहार निकालना है।
बालों को झड़ने से रोकने के लिए योग के तौर पर इसे भी उपयोगी माना जा सकता है।
इस बात को बाल झड़ने की समस्या से संबंधित एक शोध में स्पष्ट रूप से स्वीकार किया गया है।
शोध में माना गया है कि कुछ योगाभ्यास सिर और स्कैल्प में रक्त संचार को बढ़ावा देकर इस समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं।
इन योगाभ्यासों में पवनमुक्तासन का नाम भी शामिल है ।
इस आधार पर पवनमुक्तासन को बाल झड़ने की समस्या में उपयोगी माना जा सकता है।
योग करने की प्रक्रिया
पवनमुक्तासन करने के लिए एक साफ सुथरे व खुले स्थान पर योग मैट बिछाकर पीठ के बल जाएं।
लेटने के बाद हाथ-पैर को सीधे फैलाकर मन को शांत व शरीर को रिलैक्स छोड़ दें।
फिर दोनों पैरों को सीधे थोड़ा ऊपर उठा लें और धीरे-धीरे घुटनों से मोड़ते हुए छाती के पास ले आएं।
अब दोनों हाथों को घुटनों पर रखते हुए दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में कास लें और जितना हो सके घुटनों को छाती से सटाने का प्रयास करें।
इसके बाद सिर और कंधों को जमीन से उठाते हुए नाक को दोनों घुटनों को बीच लगाने का प्रयास करें।
कुछ सेकंड के लिए इसी मुद्रा में बने रहे और सांस को अंदर ही रोककर रखें।
इसके बाद सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे घुटनें को सीधा करें और अपनी प्रारम्भिक स्थिति में ( योग फॉर हेयर फॉल ) वापस आ जाएं।
इस आसन को सुविधानुसार तीन से पांच बार तक कर सकते हैं।
सावधानी
किसी तरह की सर्जरी की स्थिति में इस आसन को नहीं करना चाहिए।
घुटनों, कमर या फिर पीठ में दर्द होने पर इस आसन को करने से बचना चाहिए।
इस आसन को हमेशा खाली पेट ही करना चाहिए।
सर्वांगासन : Sarvangasan
सर्वांगासन को भी योग फॉर हेयर फॉल में शामिल किया जा सकता है।
बाल झड़ने की समस्या से संबंधित शोध से यह बात स्पष्ट होती है।
शोध में जिक्र मिलता है कि यह योगाभ्यास सीधे सिर और स्कैल्प में खून के प्रवाह को बढ़ावा देने का काम कर सकता है,
जिससे बाल झड़ने की समस्या में राहत मिल सकती है।
योग करने की प्रक्रिया
इस योग को करने के लिए एक स्वच्छ वातावरण में योग मैट बिछाकर उस पर पीठ के बल लेट जाएं।
मैट पर लेटने के बाद हाथों को सीधे शरीर से सटा लें।
फिर धीरे-धीरे सांस लेते हुए पैरों, हिप्स व कमर को ऊपर की ओर उठाएं।
ध्यान रहे, शरीर के निचले हिस्से को धीरे-धीरे ही ऊपर उठाना है।
वहीं इस दौरान हाथों से कमर को सहारा देते हुए कोहनियों को जमीन से टिका लें।
इससे शरीर के संतुलन को बनाए रखने में मदद मिलेगी।
इस बाद का ध्यान रखें कि दोनों पैर आरंभ से ही सटे हुए व सीधे होने चाहिए।
इस चरण में आने के बाद सुनिश्चित करें कि शरीर का सारा भार कोहनियों, कंधों व सिर वाले भाग पर ही रहे।
साथ ही ठुड्डी छाती को छू रही हो।
थोड़ी देर के लिए इसी मुद्रा में रहे और सामान्य रूप से सांस लेते रहें।
अंत में धीरे-धीरे अपनी प्रारंभिक मुद्रा में वापस आ जाएं।
इस आसन को आरंभ में तीन से चार बार कर सकते हैं।
सावधानी
कोहनियों, कंधों व सिर में दर्द महसूस होने इस आसन को नहीं करना चाहिए।
इस आसन को करते समय संतुलन बिगड़कर गिरने का डर बना रहता है।
इसलिए शुरुआती समय में इसे योग प्रशिक्षक की उपस्थिति में ही करना चाहिए।
वज्रासन : Vajrasana
वज्रासन को संस्कृत के शब्द वज्र से लिया गया है
जिसका मतलब आकाश में गरजने वाली बिजली से हैं।
यह हेयर फॉल रोकने के लिए योग के तौर पर काफी लाभकारी हो सकता है।
दरअसल, कुछ लोगों में अत्याधिक तनाव व चिंता के कारण बालों के झड़ने की समस्या हो सकती है।
वहीं वज्रासन पूरे शरीर को आराम देकर तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकता है।
इससे बालों के झड़ने की समस्या में कुछ हद तक राहत मिल सकती है।
योग करने की प्रक्रिया
वज्रासन के लिए एक स्वच्छ स्थान पर योग मैट बिछाकर घुटनों के बल बैठ जाएं।
इस समय दोनों पैर के अंगूठे सटे हुए और एड़ियां एक दूसरे से अलग होनी चाहिए।
साथ ही इस दौरान यह भी सुनिश्चित करें कि दोनों नितंब एड़ियों पर रहें।
अब शरीर को ढीला छोड़ दें और हथेलियों को घुटनों पर रखें।
इस मुद्रा में आने के बाद पीठ और सिर एक सीध में व घुटनें सटे हुए होने चाहिए।
इसके बाद आंखों को बंद कर मन को शांत रखें और सामान्य तौर पर सांस लेते व छोड़ते रहें।
इस मुद्रा में लगभग पांच मिनट तक बैठे रहने का प्रयास करें।
अंत में शरीर को विराम देते हुए अपनी प्राम्भिक स्थिति में आ जाएं।
सावधानी
घुटनें में चोट पर सर्जरी की स्थिति में इस आसन को न करें।
रीढ़ की हड्डी में चोट या दर्द होने की स्थिति में इस आसन को करने से बचना चाहिए।
हर्निया, अल्सर या पेट से संबंधित समस्या की स्थिति में इस आसन को नहीं करना चाहिए।
पेट पर दबाव न आए इसलिए गर्भवती महिलाएं इस आसन को करते वक्त घुटनों के बीच थोड़ा स्थान छोड़ सकती हैं।
बालों का झड़ना एक आम समस्या है और इसे थोड़ी देखभाल और दिनचर्या में बदलाव कर ठीक किया जा सकता है। इस बदलाव में योग को भी शामिल किया जा सकता है। लेख में हमने कई योगासनों के बारे में बताया है, जो बाल झड़ने की समस्या में राहत दिला सकते हैं। इन्हें नियमित अभ्यास में लाएं और साथ ही खान-पान पर भी विशेष ध्यान दें। ( योग फॉर हेयर फॉल ) वहीं समस्या अधिक हो तो डॉक्टर से सलाह लेने में बिल्कुल भी देर न करें। डॉक्टरी इलाज के साथ योग प्रभावी ढंग से काम कर सकता है। उम्मीद है, यह लेख आपको पसंद आया होगा है। ऐसे में अन्य लोगों के साथ इस लेख को शेयर करना न भूलें।
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thank you for sharing very nice infromation sir/mam